अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

पांच हजार वर्षों से भी अधिक प्राचीन भारतीय सभ्यता की अनेकों विशेषताओं में  से एक विशेषता है योग। वैदिक कालीन भारत में योग ऋषि-मुनियों की दिनचर्या का हिस्सा हुआ करता था। जिसके माध्यम से वह अपने शरीर को निरोगी रखते थे। उस समय सामान्य मानव की औसत आयु वर्तमान समय की औसत आयु से बहुत अधिक हुआ करती थी। जिसके प्रमुख कारण तत्कालीन पर्यावरण, शुद्ध खान-पान एवं दैनिक योगाभ्यास थे। उस समय से वर्तमान समय तक भारत विभिन्न संक्रमण कालीन परिस्थितियों से गुजरा। मुगल आक्रमणकारियों ने प्राचीन भारतीय सभ्यता, भारतीय साहित्य को कुचल कर रख दिया। उसके पश्चात अंग्रेजी शासन ने भारतीयों में स्वयं की प्राचीन विरासत के प्रति घृणा का भाव भरने में कोई कसर नहीं छोडी। अंग्रेजों ने भारत में स्वयं की सभ्यता का इतना अधिक प्रसार किया की भारतीय लोग आंख बन्द कर अंग्रेजी सभ्यता का अनुसरण करने लगे जो आज तक जारी है।

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